हमारे इस हफ़्ते के “ब्लॉगर ओफ द वीक #१० के स्टार
श्री कृष्ण खंडेलवलजी ,अपने पाठक व सह ब्लॉगर मित्रों से इन्हें मिलवाते हुए अपार हर्ष हो रहा है , मेरी एक छोटी पहल जिसमें मैंने कोशिश की अपने सह -बलोग्गर्स को मेरे ब्लॉग पर आमंत्रित कर ,उनके काम को जानने की पहचान्ने की।
आशा है यह पहल आप सभी को पसंद आयी हो । सुझाव के द्वार हमेशा खुले हैं । और जो भी मेरा आतिथ्य ग्रहण करना चाहे उनका स्वागत है ।
आज यह सिरीज़ एक ऐसे अनूठे व आदरणीय ब्लॉगर श्री कृष्ण जी के इंटर्व्यू के साथ अपने अंतिम चरण पर है ।
हमारा यह सिरीज़ यहाँ पूर्णविराम नहीं , बल्कि एक नए रूप में अगले सिरीज़ में आएगा ,अब हम इसे साप्ताहिक रखकर संकुचित दायरे में सीमित करने के बजाए जब तक हो सके सदा के लिए जारी रखते हुए मासिक करने जा रहे हैं । 🙂
आज के हमारे ब्लॉगर मित्र की में जितनी भी प्रशंसा करूँ वह कम हैं । इनके दो ब्लॉग :
http://www.balvachan.wordpress.com/
http://www.krsnakhandelwal.wordpress.com/
जिन्हें मैंने पढ़े , और अगर आप भी पढ़ेंगे तो ज्ञान के सागर मैं गोते लगाने कि भाँति ही पाएँगे ।
“सुंदरकांड का ऐसा सुंदर व्याख्यान और पंचतत्व की चर्चा”
हम अपने अगले चरण में श्री कृष्ण जी से उन्ही के शब्दों में जाना चाहेंगे उनके ब्लॉगिंग की दुनिया के सफ़र के बारे में :
श्री कृष्ण जी : “निवेदिता जी , आपके प्रयास की सराहना करता हूँ और सफलता के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ “।
प्र. आप ने ब्लॉग लिखना कब से शुरू किया और सुंदरकांड के व्याख्यान की सोच कैसे आयी ?
उ. मैंने ब्लॉग लिखना क़रीब १० वर्ष पहले शुरू किया . सुंदर कांड तो मेरे सम्पूर्ण रमचरित मानस की व्याख्या के अंतर्गत है ; मैने आज की युवा पीढ़ी को अंग्रेज़ी में रामायण का अर्थ आसानी से समझाने के लिए ये कार्य हाथ में लिया है ।
प्र. आपके लिए ब्लॉग क्या मायने रखता है ? यह आपका व्यवसाय है या शौख?
उ. ब्लोग्स मेरे लिए अभिव्यक्ति का माध्यम हैं और सबके हित के लिए हो , ऐसा विचार करके इनको मनोविनेश के साथ पूरित करता हूँ ।
प्र. आप हमारे सह ब्लॉगर मित्रों से क्या कहना चाहेंगे ? उनके मार्ग प्रशस्ति के लिए कुछ उपदेश देना चाहेंगे ?
उ. ब्लॉगर को ईमानदार रहना चाहिए , ये ही मेरा एकमात्र सुझाव है ।
प्र. भावों की अभिव्यक्ति के लिए शब्दों का चयन किस प्रकार करना चाहिए ? आजकल हम पढ़ रहे हैं , लोग भारी भरकम शब्दों को सरल शब्दों से ज़्यादा महत्व देते हैं ?
उ. शब्द चयन तो अपनी स्वयं की अभिव्यक्ति की ज़रूरत के अनुसार होना चाहिए , ना की किसी विशेष आग्रह से ।
प्र. हामारा यह प्रयास “ब्लॉगर ओफ द वीक” आपको कैसा लगा ? क्या आप हमें इस दिशा में कोई सुझाव देना चाहेंगे ?
उ. आपका “ब्लॉगर ओफ द वीक ” एक अर्थपूर्ण और मूल्यवान प्रयास है ऐसा ही मानूँगा ।
प्र. आप लेखन के लिए समय किस प्रकार निकलते हैं ?
उ. मैं नौकरी या किसी प्रकार के प्रोफ़्फ़ेशन से बाधित नहीं हूँ इसलिए ब्लोग्स के लिए समय देने में सक्षम हूँ .
प्र. ब्लॉग को कोई व्यवसाय बनाना चाहे तो युवा साथियों को किस प्रकार अपना ब्लॉग संवरना चाहिए , थोड़ी रोशनी डालें ..
उ. ब्लॉग को व्यवसाय और रुचि दोनो के लिए काम में लाया जा सकता है. विचारों की स्पष्टता और उपयोगीता होना दोनो स्थितियों में काम करेगा , इस बात को ध्यान रखना चाहिए ।
प्र. ब्लॉगिंग की दुनिया में आपने मित्र बनाए या प्रतिद्वंदी ?
उ. ब्लोग्स के द्वारा केवल मित्रों का विस्तार हुआ है किसी प्रतिद्वंदी का नहीं , मेरे अपने मामलों में ।
प्र. इस पंक्ति को पूर्ण करें ..
” ब्लॉग के बिना .. अब जीवन अधूरा लगेगा “
आपने अपना समय हमारे साथ व्यतीत किया इसके लिए आपको सादर धन्यवाद , आशा है यूँ ही आप हमारा मार्ग आगे भी प्रशस्त करते रहेंगे और हमारे मित्रों को यह सौभाग्य हमारे आगले स्सेगमेंट “Blogger of the month ” mein भी प्राप्त होगा । 🙂 🙂 ” निवेदिता”
P. S. : Now on our Blogger of the Week will be published as Blogger of the Month 🙂 Any suggestions , names are welcome .. share your stories as a. blogger with us 🙂
Mail @jyotsnasharmakuhu@gmail.com
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